आज सदन में पेश हुए ये 6 विधेयक, विपक्ष ने सदन से किया वॉक आउट
Bihar Vidhansabha Assembly Monsoon Session: बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र चल रहा है. 25 जुलाई तक चलने वाले सत्र का आज तीसरा दिन है. अनुपूरक बजट, अध्यादेशों की कॉपी और समितियों की रिपोर्ट पेश होंगी.
आज सदन में पेश हुए ये 6 विधेयक, विपक्ष ने सदन से किया वॉक आउट
आज सदन में कुल 6 विधेयक पेश किए गए.
हाइलाइट्स
बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र चल रहा है
आज तीसरे दिन अनुपूरक बजट पेश होगा
नीतीश कैबिनेट का आखिरी सत्र है
Bihar Vidhansabha Monsoon Satra Live Update: सत्ता पक्ष और विपक्षी विधायकों के हंगामे के बाद एक बार फिर विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में पहुंचे हैं. विपक्ष ने हंगामा किया. बिहार कृषि विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2025 विधानसभा में पेश किया गया है. हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चल रही है. विपक्षी विधायकों ने बेल में आकर विरोध किया. विपक्ष ने विधेयकों का विरोध करते हुए सदन से वॉक आउट किया.
आज सदन में कुल 6 विधेयक पेश किए गए
CM नीतीश ने तेजस्वी यादव को दिया वो चैलेंज जिसका असली खेल चुनाव में दिखेगा !
CM नीतीश ने तेजस्वी यादव को दिया वो चैलेंज जिसका असली खेल चुनाव में दिखेगा !
ऐ बैठो, माफी मांगो, बाहर निकाल देंगे...जब तेजस्वी के सामने ही बमक गए स्पीकर
SIR के मुद्दे पर विधानसभा में जमकर हंगामा, सदन की कार्यवाही स्थगित
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1 तीर से 2 निशाने! राबड़ी देवी ने निशांत का नाम लेकर दिया कौन सा सियासी संदेश
1. बिहार पशु प्रजनन विनियमन विधेयक 2025
2. जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय विधेयक 2025
3. बिहार प्लेटफार्म आधारित गिग कामगार विधेयक 2025
4. बिहार दुकान और प्रतिष्ठान विधेयक 2025
5. कारखाना संशोधन विधेयक 2025
सदन में नीतीश-तेजस्वी के बीच हुई बहस
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन सदन में सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच जमकर बहस हुई. विपक्ष के हंगामे और सत्ता पक्ष के बीच बहस के दौरान स्पीकर नंदकिशोर यादव सदन की कार्यवाही स्थगित करने का निर्देश दिया. दरअसल तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि सदन के अंदर SIR मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. लालू जी कहते हैं, “वोट का राज, छोट का राज”. हम SIR का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग जो प्रक्रिया अपना रहा है, वह सही नहीं है. हम इसी का विरोध कर रहे हैं. इसी आधार पर 2003 से चुनाव हो रहे हैं, क्या इसके आधार पर जो चुनाव हुआ, वह फर्जी था? क्या नीतीश कुमार फर्जी तरीके से मुख्यमंत्री बने हैं? क्या फर्जी तरीके से MLA बना हूं?
बीच-बीच में क्यों कूदने लगे डिप्टी सीएम: तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आप सभी ने आज सदन की कार्यवाही देखी होगी. हम लोग SIR पर चर्चा कर रहे थे. कल हमने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपना प्रस्ताव रखा था और आज उनके अनुमति से हमें बोलने का मौका मिला. हम लोग EC के हलफनामे के बारे में अपनी बात रख रहे थे. इसी बीच सत्ता पक्ष के कुछ लोग, मंत्री और उप मुख्यमंत्री, बहुत हल्की बातें कर रहे थे. ऐसे लोग सदन की गरिमा गिराते हैं. अध्यक्ष ने उप मुख्यमंत्री और मंत्री को फटकार लगाई.
तेजस्वी यादव ने कहा कि उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा को कुछ बोलना नहीं आता, वे केवल मीडिया में बने रहना चाहते हैं. जब हमने EC के हलफनामे के सात सौ पन्नों का सबूत दिखाया, तब वे तिलमिला गए. हमने उनसे अपनी बात का खंडन करने को कहा. हम पूछते हैं कि 2005 से सरकार किसकी है? आप लोगों ने ही कुछ दस्तावेज दिए होंगे. जब हम बोल रहे थे, तब मुख्यमंत्री उठकर बोलने लगे. शायद उन्हें कुछ पता ही नहीं था. हम मुख्यमंत्री के प्रति पूरी सहानुभूति रखते हैं. मुख्यमंत्री अब बिहार सरकार चलाने लायक नहीं रहे. अब यह सरकार दिल्ली से पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर चल रही है. SIR भी उन्हीं के इशारे पर हो रहा है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि अब सरकार में बैठे लोग वोटर को चुन रहे हैं, पहले वोटर सरकार चुनते थे. ये लोग लगभग अस्सी लाख कुल वोटर में से लगभग आठ लाख वोटर का नाम काट रहे हैं. जब वोटर लिस्ट से नाम ही काट देंगे, तब योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिलेगा. यह बड़ी साजिश है. आज बड़ी गंभीर चर्चा होने वाली थी. लेकिन मुख्यमंत्री समझ ही नहीं पाए. उनके खुरपाती उप मुख्यमंत्री उछल कूद करने लगे. तेजस्वी यादव ने भाई वीरेंद्र के बयान का समर्थन किया और कहा कि भाई वीरेंद्र ने सही कहा, सदन किसी के बाप का नहीं है, जनता का है. हम मुख्यमंत्री की बात को गंभीरता से सुन रहे थे, जब मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे, तब उप मुख्यमंत्री बीच में क्यों कूदे? आज सदन में जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था. आज की बहस को इन लोगों ने बर्बाद कर दिया. हमने अध्यक्ष से आग्रह किया है कि सदन की कार्यवाही ठीक से चले और हमें अपनी बात रखने का मौका मिले.
राजेश राम ने कहा कि हम लोग सदन के नेता स्पीकर साहब से लगातार प्रयास कर रहे थे कि SIR के मुद्दे पर बात हो, हेल्दी विमर्श हो. हम लोग भी अपनी बात रखें और सरकार भी अपनी बात रखे. बहुत प्रयास के बाद आज तेजस्वी यादव को सदन में बोलने का अवसर मिला, लेकिन सत्ता पक्ष नहीं चाहता था कि सदन के अंदर SIR पर बात हो. सत्ता पक्ष के लोगों ने सदन की मर्यादा को आज तार-तार कर दिया. वहीं भाकपा माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि आज सदन स्थगित हुआ, वह सत्ता पक्ष और सरकार के कारण हुआ.
तुम बच्चे थे न तुमको क्या पता, तेजस्वी पर भड़के सीएम नीतीश
तेजस्वी यादव के इस संबोधन पर सीएम नीतीश कुमार भड़क उठे. सीएम नीतीश कुमार ने सदन में तेजस्वी यादव को जवाब देते हुए कहा कि तुम्हारे माता-पिता मुख्यमंत्री रहे हैं, पहले क्या थे मुख्यमंत्री. हम लोग आप लोगों को साथ लिए लेकिन आप लोग ठीक नहीं कर रहे थे, तब साथ छोड़ दिए. भाई वीरेंद्र ने कहा, दवा का असर खत्म हो गया क्या? मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब बोलने की चीज़ नहीं है. अब तो चुनाव का समय है, हम लोगों ने कितना काम किया है वो सब देख रहे हैं. कुछ महीने बाद चुनाव है, जनता जिसे चुनना होगा चुनेगी.
नीतीश कुमार ने कहा, किसी ने महिलाओं के लिए कुछ किया था? चुनाव लड़ना है, तो चुनाव लड़िए लेकिन चुनाव लड़ने के लिए उल्टा-सीधा बोलते रहिए. हम लोगों ने महिलाओं के लिए कितना ज्यादा किया, 2005 के बाद महिलाओं के लिए बहुत कुछ किया. तीन-चार महिला विधायक हैं, हम लोगों ने महिलाओं के लिए कितना किया. पहले कुछ हुआ था, जब हमारे साथ थे कितना तारीफ करते थे. आज कुछ भी बोलते रहते हैं. जाकर चुनाव लड़ोगे तब सब दिखेगा. तुम तो बहुत बच्चे ना हो. पहले पटना शहर में भी कोई निकलता था, पहले क्या बुरा हाल था. अभी तुम बच्चे हो. तेजस्वी की तरफ देख बोले, हाउस में हो, चुनाव के बाद सब हाउस में ही ना आओगे.
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया है. आरजेडी के विधायक पोर्टिको में बैठे हुए हैं और जोर-शोर से नारेबाजी कर रहे हैं. आरजेडी के विधायकों का यह हंगामा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। आज फिर आरजेडी और कांग्रेस के विधायक काले ड्रेस में विधानसभा पहुंचे हैं. बिहार में विधानसभा का मॉनसून सत्र चल रहा है. इसे काफी अहम माना जा रहा है.
भाई वीरेंद्र बोले- किसी के बाप का है क्या सदन? नंदकिशोर यादव ने कहा- बाहर निकलिए
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आरजेडी विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया. इसी बीच जब तेजस्वी यादव संबोधित कर रहे थे तब स्पीकर नंदकिशोर यादव ने तेजस्वी यादव से कहा कि आप जल्दी अपना संबोधन पूरा कर लें क्यों आपके सुझाव से ही आपके साथियों को भी बोलने का समय तय किया गया है. स्पीकर नंदकिशोर यादव के इस बयान पर आरजेडी विधायक ने विवादित बयान देते हुए कहा कि किसी के बाप का है क्या सदन? इसके बाद सदन में हंगामा मच गया और नंदकिशोर यादव भड़क उठे.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भाई वीरेंद्र ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वह हमने भी सुना है. कई बार हमने भी खेद प्रकट किया है, भाई वीरेंद्र को भी खेद प्रकट करना चाहिए. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष के सदस्यों को हमारी बात से अधिक ठेस लगी है, तो उसका दुख मत मानिए, ऐसी कोई बात नहीं है. हम यहां 14 करोड़ बिहारी के वोटर लिस्ट से नाम कटने की चर्चा कर रहे हैं. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव मानने को तैयार नहीं थे. नंदकिशोर यादव बार-बार भाई वीरेंद्र को खेद प्रकट करने के लिए कह रहे थे.
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