सरकार के आदेश के बावजूद समय पर शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। अधिकारी से लेकर कर्मचारी जानबूझकर वेतन भुगतान को रोकते है।
उक्त बातें स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी ने सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आरडीडीई की ओर से की जा रही जांच के दौरान कही।
जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीओ स्थापना सहित अन्य अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि शिक्षकों को परेशान करने वाली आदत बदलनी होगा। ऐसा नहीं होने पर एक्शन लिया जाएगा।
वहीं निवेदन समिति की ओर से पूछे गये सवालों का समय पर जवाब समय पर दें। इसके बाद तिरहुत प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक राजदेव राम ने कार्यालय की बिंदुवार समीक्षा की।
वेतन भुगतान से जुड़े डीपीओ स्थापना के अलावा संबंधित लिपिक को चेतावनी दी कि भुगतान का मामला लंबित नहीं होना चाहिए। किसी भी तरह के भुगतान से संबंधित शिकायत आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। लंबित भुगतान को लेकर कैंप का आयोजन करें।
कैंप में अधिकारी स्वयं रहेंगे और शिक्षकों की समस्या को सुनेंगे। आरडीडीई चार बजे के बाद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। समय कम होने की वजह से सभी बिन्दुओं की जांच पूरी नहीं हो सकी।
बावजूद ई-शिक्षाकोष पर छात्र/छात्राओं का नामांकन, उच्च न्यायालय पटना में लंबित वाद/अवमाननावाद, एसी-डीसी, उपयोगिता प्रमाण पत्र (राशि सामंजन), आधारभूत संरचना विकास योजना की स्थिति की समीक्षा, बीएसईआइडीसी के माध्यम से निष्पादित किये जा रहे।
नए असैनिक-मरम्मति संबंधी कार्यों कार्यों की समीक्षा, शिक्षा का अधिकार अधिनियम, बिहार लोक सेवा आयोग से उच्च विद्यालय में प्रधानाध्यापक के टेक्निकल ज्वाईनिंग, स्थानांतरित शिक्षकों का एलपीसी आउट और इन, भुगतान और छुट्टी से संबंधित प्रतिवेदन, अनुकम्पा के आधार पर विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी नियुक्ति संबंधी समीक्षा-प्रतिवेदन, कुल प्राप्त टैबलेट, वितरण एवं पोर्टल पर टैबलेट पंजीयन, लंबित भुगतान, सीएफएमएस कोषाग से की गई सेवानिवृति का लाभ के बारे में जानकारियां ली। बता दें कि तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी ने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को पत्र के माध्यम से कहा कि मुख्य सचिव को गलत जानकारी दी गई। इसके बाद जांच के लिए आरडीडीई पहुंचे।
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