बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन यानी भाकपा (माले) ने रविवार (26 अक्टूबर) को अपना घोषणा पत्र जारी किया. पार्टी ने भूमिहीनों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं और अल्पसंख्यकों के लिए कई बड़े वादे किए हैं. भोजपुर में दलित नेता राम नरेश राम की 15वीं पुण्यतिथि पर आयोजित संकल्प यात्रा के बाद यह घोषणा पत्र जारी किया गया.
घोषणापत्र में पार्टी ने भूमिहीनों को न्याय दिलाने के लिए ग्रामीण इलाकों में हर बेघर परिवार को पांच डिसमिल और शहरी क्षेत्रों में तीन डिसमिल जमीन देने तथा एक पक्का घर बनाने का वादा किया है. इसके साथ ही, बंद्योपाध्याय आयोग की सिफारिशों को लागू करते हुए करीब 21 लाख एकड़ भूमि के पुनर्वितरण की बात कही गई है.
ग्रामीण मजदूरों का कर्ज होगा माफ
जानकारी के अनुसार, किसानों और बटाईदारों के लिए पार्टी ने सभी फसलों की सरकारी खरीद, लाभकारी मूल्य की गारंटी, कृषि के लिए मुफ्त बिजली, हर खेत तक पानी, नहरों के आधुनिकीकरण और सभी ग्रामीण मजदूरों का कर्ज माफ करने का वादा किया. माले ने यह भी कहा कि बिना पुनर्वास किसी गरीब को विस्थापित नहीं किया जाएगा.
वंचित समुदायों को मिलेगा 65 फीसदी आरक्षण
घोषणापत्र में महागठबंधन के वंचित समुदायों को 65 फीसदी आरक्षण देने और उसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को दोहराया गया है. साथ ही बिजली, राशन, पेंशन जैसी बुनियादी सुविधाओं की गारंटी और दलितों व गरीबों के खिलाफ हिंसा व पुलिस ज्यादती पर सख्त कार्रवाई का वादा किया गया है.
पुरानी पेंशन योजना होगी बहाल
पार्टी ने मनरेगा के तहत 200 दिनों का रोजगार और 600 रुपए की दैनिक मजदूरी का वादा करते हुए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की बात कही. रसोइया, आशा, आंगनवाड़ी, ममता, जीविका और सफाईकर्मियों को नियमित वेतन और सरकारी दर्जा देने की घोषणा भी की गई.
युवाओं के लिए भाकपा (माले) ने सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति, 3000 रुपए मासिक बेरोजगारी भत्ता, समान शिक्षा प्रणाली, पेपर लीक पर कड़े कानून और छात्रवृत्ति राशि बढ़ाने का वादा किया है. महिलाओं के लिए 2,500 रुपए आर्थिक सहायता, हर प्रखंड में महिला कॉलेज और मुफ्त शिक्षा की बात कही गई.
अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा, वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और सांप्रदायिक हिंसा पर त्वरित कार्रवाई भी पार्टी के वादों में शामिल हैं. स्वास्थ्य सेवाओं में रिक्तियां भरने, मुफ्त इलाज, परीक्षण और दवाएं उपलब्ध कराने की बात भी घोषणापत्र में कही गई.
20 सीटों पर मैदान में उतरेगी भाकपा (माले)
भाकपा (माले) ने कहा कि बिहार में कोई ऐसा कानून लागू नहीं होने दिया जाएगा जो संविधान या संघीय ढांचे के खिलाफ हो. पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर मैदान में उतरेगी और महागठबंधन का हिस्सा बनी रहेगी.
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